केवल निर्णय लेने से ही अधिक से अधिक सजग हुआ जा सकता है।
केवल निर्णय लेने से ही अधिक से अधिक सजग हुआ जा सकता है।

केवल निर्णय लेने से ही अधिक से अधिक सजग या स्पष्ट हुआ जा सकता है , जिससे हम   तीक्ष्ण बुद्धि के बन सकते है अन्यथा सुस्ती तो बरकरार ही...

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मददगार होना चाहिए या यह एक बुरी आदत है ?
मददगार होना चाहिए या यह एक बुरी आदत है ?

मदद तब तब अच्‍छा लगता है जब तक अपने पास दूूसरों की मदत करने की फुरसत हो या उसकी आवश्‍यक्‍त वास्‍तव में मदद के लायक हो तो अच्‍छा भी लगता है...

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ईद-उल-जुहा
ईद-उल-जुहा

कुर्बानी को हर धर्म और शास्त्र में भगवान को पाने का सबसे प्रबल हथियार माना जाता है। हिंदू धर्म में जहां हम कुर्बानी को त्याग से जो...

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बवाल बारिश की
बवाल बारिश की

इस बारिश का तो सबके इन्‍तजार के साथ-साथ हमको भी था पर हमे ये थोडी ही मालुुम था कि सामान्‍य से थोड़े से अधिक या से समझिये ही सामान्‍य बारि...

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मेरी एक रेल यात्रा
मेरी एक रेल यात्रा

जब आप की यात्रा की टिकट कम्‍पलीट न हो या आप का टिकट आप के अनुरूप न हो तो वह यात्र वाहियात बन जाती है आप का कोई सीट अाप की अपनी नही होती है...

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स्त्री और पुरुष के बीच वर्ग बनाना मनुष्य की सैतानी कही जा सकती है।
स्त्री और पुरुष के बीच वर्ग बनाना मनुष्य की सैतानी कही जा सकती है।

मानव जाति के इतिहास में विभिन्न प्रकार की विभिन्नता की कहानी जुड़ी हुयी है , इस इतिहास में हमने बहुत प्रकार के वर्ग निर्मित किए , जैसे ...

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