गाजीपुर जिले के सेवराई तहसील क्षेत्र में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। मां कामाख्या धाम मंदिर को नादिलपुर गांव से जोड़ने वाला मुख्य संपर्क मार्ग पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। पानी के तेज बहाव के कारण इस मार्ग पर आवाजाही लगभग ठप हो गई है, जिससे श्रद्धालुओं और ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
माना जा रहा है कि हाल ही में उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हुई भारी बारिश के चलते गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। नतीजतन, निचले इलाकों में पानी भर गया है और बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। सेवराई क्षेत्र के कई गांव जैसे नादिलपुर, सोनवल, दिलदारनगर के आसपास के खेत और सड़कें जलमग्न हो गई हैं।

स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई, इलाज और अन्य आवश्यक कामों के लिए बाहर जाना बेहद जरूरी होता है, लेकिन सड़क पर पानी भरने से उनका आना-जाना मुश्किल हो गया है।

प्रशासन की ओर से अभी तक कोई नाव या वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। यदि जलस्तर यूं ही बढ़ता रहा, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से राहत शिविर, चिकित्सा सुविधा और खाद्यान्न वितरण की मांग की है।

बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन को तुरंत सक्रियता दिखाते हुए राहत कार्यों की शुरुआत करनी चाहिए, ताकि प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा सके और जनजीवन सामान्य हो सके।

 गाजीपुर जिला ब्यूरो नसीम खान सहायक जिला ब्यूरो शुभम सिंह की रिपोर्ट।

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