ह्रदयाघात से बचाव के लिए लोग उच्च रक्तचाप मोटापा शुगर पर रखें नजर

तनावग्रस्त पिता की संतान को मधुमेह का खतरा -डॉ. रफीक फारूकी

यूथ कॉर्नर के साक्षात्कार कार्यक्रम में  मेहमान रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज जनपद जौनपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर रफीक फारुकी ने संवाददाता शिव कुमार प्रजापति का बेबाकी से जवाब दिए।

यूथ कॉर्नर के प्रश्न प्रहार में  डेंगू ,मलेरिया ,दमा एलर्जी ,रोग मोटापा ,अनिद्रा ,उच्च रक्तचाप ,शुगर ,हृदयाघात, आदि समस्या से निजात के उपाय पूछे।* *जिसका मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रफीक फारुकी ने बहुत ही संजीदगी से उत्तर दिया। डॉक्टर फारूकी ने कहा कि मोटापा सिर्फ वजन ही नहीं बढ़ाता बल्कि यह कई बीमारियों को जन्म देता है ।आधुनिकता के दौर में लोग तेजी से इसका शिकार हो रहे हैं, मोटापा के कारण मधुमेह, हाइपरटेंशन, हार्ट फेलियर ,अस्थमा कोलेस्ट्राल ,अत्यधिक पसीना आना, जोड़ों में दर्द, बांझपन आदि का खतरा बढ़ जाता है और ह्रदयाघात से बचाव के लिए उच्च रक्तचाप ,मोटापा शुगर कर रखे नियंत्रण।

प्रस्तुत हैं मधुमेह विशेषज्ञ डॉक्टर रफीक फारुकी का जवाब....

प्रश्न -तनावग्रस्त पिता की संतान को मधुमेह का खतरा रहता है?

उत्तर -हाल में ही हुए एक शोध में कहा गया है कि तनाव में रहने वाले पुरुषों के बच्चों में मधुमेह होने का खतरा अपेक्षाकृत अधि‍क होता है।

प्रश्न-  संचारी रोगों से बचाव के उपाय ?

उत्तर -उन्होंने कहा कि दिमागी बुखार जापानी इंसेफ्लाइटिस से बचाव के तरीके अपनाए जाएं। दिमागी बुखार जानलेवा हो सकता है और बच्चे शारीरिक एवं मानसिक बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
डॉ. रफ़ीक फ़ारूक़ी ने बताया कि यह मच्छर अक्सर धान के खेतों तथा पानी के तालाबों में रहते हैं। संक्रमण के बाद विषाणु मनुष्य के मस्तिक एवं रीढ़ की हड्डी सहित केंद्रीय नाड़ी तन्त्र में प्रवेश कर जाते है। कहा कि शुरूआत में फ्लू जैसी बीमारी के लक्षण के साथ बुखार आना, ठंड लगना, थकान महसूस होना, सिर दर्द, उल्टी आना तथा घबराहट हो सकती है। इलाज के अभाव में आगे चलकर उपरोक्त लक्षण 30 प्रतिशत से अधिक होने पर इंसेफ्लाइटिस का रूप धारण कर सकता है। बताया कि अभियान के तहत लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा।

प्रश्न-मधुमेह के लक्षण क्या हैं?

उत्तर -ज्यादा प्यास लगना।बार-बार पेशाब का आना।आँखों की रोशनी कम होना।कोई भी चोट या जख्म देरी से भरना हाथों,पैरों और गुप्तांगों पर खुजली वाले जख्म।* *बार-बर फोड़े-फुंसियां निकलना।चक्कर आना।चिड़चिड़ापन इनके प्रमुख लक्षण है।

प्रश्न -आखिर डायबिटीज की बीमारी होती क्यों है?

उत्तर -हमारी जीवनशैली और खान-पान की आदतों में अगर लंबे समय तक गड़बड़ी रहे तो हमारे शरीर के अंदर की कार्य प्रणाली भी गड़बड़ाने लगती है। कुछ ऐसा ही होता है डायबिटीज के केस में।
जब हमारे शरीर में पैक्रियाज (अग्नाश्य) इंसुलिन का उत्पादन करना बंद कम कर देता है या बंद कर देता है तब हमारे ब्लड में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता है। अगर इस स्तर को कंट्रोल ना किया जाए तो हम शुगर के रोगी बन जाते हैं।

प्रश्न -क्या अधिक तनावग्रस्त होने से भी शुगर हो सकता है?

उत्तर- जी हां। यदि हम आवश्यकता से अधिक तनावग्रस्त रहते हैं। चिंता में डूबे रहते हैं तो हम डायबिटीज से ग्रस्त हो सकते हैं। इसलिए हमें अवसाद ग्रस्त नहीं होना चाहिए,और व्यायाम जरूर करना चाहिए।
प्रश्न -किस उम्र में शुगर अधिक होता है?

उत्तर -ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर शरीर में डायबिटीज की समस्या हो जाती है। लेकिन हर व्यक्ति में उम्र और स्वास्थ्य से जुड़ी स्थिति के कारण ब्लड शुगर का स्तर घट या बढ़ सकता है। 40 साल की उम्र के बाद शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बदलने के कई कारण हो सकते हैं, विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह से ही इलाज करना चाहिए।

प्रश्न -मधुमेह से बचने के उपाय क्या है?

उत्तर -डायबिटीज से बचाव के लिए हमें अपने खानपान के तरीके को बदलना ज़रूरी है। खाने में हमें कई प्रकार की चीजों को शामिल करना चाहिए जैसे ग्रीन टी, करेला, जामुन, तुलसी, अंजीर के पत्ते, मेथी, दालचीनी का पाउडर आदि। शुगर से बचने के लिए व्यायाम करना भी आवश्यक है।

प्रश्न- डेंगू के प्रकोप से कैसे बचा जा सकता है?

उत्तर -डेंगू के मच्छर स्वच्छ पानी में पनपते हैं। समारोह में प्रयोग के बाद फेंके गए बर्तनों घरों की छतों पर रखे छोटे बड़े पात्रों यहां तक कि एक चम्मच स्वच्छ जल में भी इनकी उत्पत्ति होती है। सावधानी बरतने वाली बात यह है कि आवाज परिसर में कहीं भी किसी भी बर्तन या पात्र में बारिश का जल एकत्र ना हो ।जिससे कि मच्छर प्रजनन कर सकें ।मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए ।घरों के आसपास जलभराव वाले स्थान पर सप्ताह में एक बार जला मोबिल ,मिट्टी का तेल ,डीजल आदि नियमित डालने से मच्छरों के प्रजनन पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है ।इससे मलेरिया सहित अन्य संक्रमण बीमारियों से भी बचा जा सकता है।

प्रश्न -सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज को मिला कायाकल्प पुरस्कार आप क्या कहेंगे?

उत्तर -जी हां एक वर्ष के कायाकल्प में हमने हर तरह से अस्पताल का कायाकल्प करने का प्रयास किया ।इसी का नतीजा है कि हमें पूरे प्रदेश 650 अस्पतालो में 43 वें एवं जनपद में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ और आगे भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज को आगे भी इसी तरह उन्नति के पथ पर अग्रसर करेगें।

प्रश्न -थायराइड की समस्या बढ़ रही है क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

उत्तर -थायराइड पीड़ित को दो या तीन माह में नियमित जांच अवश्य करा लेनी चाहिए। दवा के सेवन के लगभग एक घंटे तक कुछ भी खाना नहीं चाहिए। पत्ता गोभी का सेवन सब्जियों में कम करना चाहिए ।यह बीमारी गर्भावस्था में घातक होती है।* *इसलिए गर्भावस्था में इस पर नियंत्रण आवश्यक होता है। क्योंकि इससे शिशु के दिव्यांग होने का खतरा अधिक हो जाता है। विशेषज्ञ डॉक्टर का परामर्श लेते रहना चाहिए।

रिपोर्ट शिव कुमार प्रजापति शाहगंज जनपद जौनपुर

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