आज देश में चारो तरफ मुझको लेकर हां हां कार मचा हुआ है जिसे दखो कह रहा है रूपया गिर रहा है रूपए की वैल्यू गिर रही है. अरे मूर्खो में कभी गिर सकता हूँ में तो गिराता हूँ। गिराना मेरा काम है. रु - का मतलब रुलाने वाला। कोई मेरी कमी की वजह से रो रहा है क्यूंकि मेरी कमी की वजह से घर नहीं चल सकता, बच्चो को अच्छी पढाई नहीं मिल सकती , अस्पतालों में अच्छा इलाज नहीं मिल सकता। मेरी कमी वजह से न जाने कितने लोग एड़ियां रगड़ रगड़ कर मर जाते हैं, लोगो को दो वक़्त का खाना नसीब नहीं होता। मेरी कमी की वजह से औरत जात अपने बच्चो का पालन पोषण करने के लिए खुद को बेच देती है. मेरी कमी की वजह से ना जाने कितनी मासूम बचियाँ दहेज़ की आग में जिन्दा जला दी जाती हैं और कईओं की शादी होते होते टूट जाती है. आजकल बड़े बड़े शहरो और महानगरो में युवा पीढ़ी अर्थात जवान जवान लडकिया अपनी जेब खर्ची के लिए अपना जिस्म तक बेच रही हैं और उन्हें जरा सी भी शर्म महसूस नहीं होती। मेरे कारण रिश्तो का खून हो जाता है, रिश्ते तार तार हो जाते हैं। एक बेटा अपने बाप का कत्ल कर देता है माँ की हत्या तक कर देता है।

दूसरा अक्षर है प : जिसके पास भी में ज्यादा हो जाता हूँ उसे पाप के मार्ग पर धकेल देता हूँ उसे पागल कर देता हूँ वो बन्दे को बन्दा नहीं समझता। अहंकार उसके सर पर चढ़ कर बोलता है। वो सोचता है पूरी दुनिया मेरी मुठी में है. में दौलत से जो चाहे हासिल कर सकता हूँ। वो मेरी अधिकता के कारण पाप के गर्त में इतना गिर जाता है कि जहाँ से निकलना संभव ही नहीं है. में उसका दिन का चैन रात की नींद छीन लेता हूँ। परिवार समाज और मानवता दे दूर कर देता हूँ .

तीसरी अक्षर है या : अर्थात जिसके में अधिक मात्र में होता हूँ उसके यार दोस्त मित्र अपने आप बन जाते हैं उसे कहीं भी जाने की जरूरत नहीं पड़ती। जब तक में उसके साथ रहता हूँ तभी तक वे रहते हैं जब में नहीं होता तो यारी दोस्ती ईमान रिश्ते नाते सब खत्म हो जाते हैं। अब आप खुद ही सोचिये की में गिरता हूँ या गिरता हूँ।

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