वो कितनी सफल सफलता मानी जाती थी
जब मै अपने बचपन की दुनिया की तुलना आज की दुनिया से करता हू तब सबसे पहले इस बात की ओर घ्यान जाता है कि उस दुनिया में किसी व्यक्त...
जब मै अपने बचपन की दुनिया की तुलना आज की दुनिया से करता हू तब सबसे पहले इस बात की ओर घ्यान जाता है कि उस दुनिया में किसी व्यक्त...
पिछले समय में देश के कई हिस्सों में पढे-लिखे बेरोजगारों के स्वतः स्फूर्त तरीके से संगठित होने-सड़कों पर उतरने की घटनायें लगातार बढ़ती गय...
मनुष्य के कृत्यों को देखो , तीन हजार वर्षों में पाँच हजार युद्ध आदमी ने लड़े हैं । उसकी पूरी कहानी हत्याओं की कहानी है , लोगों को जिंदा जला ...
पिता बेटे को डॉक्टर बनाना चाहता था। बेटा इतना मेधावी नहीं था कि NEET क्लियर कर लेता। इसलिए दलालों से MBBS की सीट खरीदने का जुगाड़ किया । ...