उसने कभी यह घोषणा ही नहीं की कि मेरे पास भी आत्मा है। वह चुपचाप पुरूष के पीछे चल पड़ती है।अगर राम को सीता को फेंक देना है तो सीता की कोई आवा...
स्त्री का अस्तित्व
स्त्री का अस्तित्व
उसने कभी यह घोषणा ही नहीं की कि मेरे पास भी आत्मा है। वह चुपचाप पुरूष के पीछे चल पड़ती है।अगर राम को सीता को फेंक देना है तो सीता की कोई आवा...
मतलबी हो तुम जब ज़रुरत पड़ती है तुम्हें तब याद आता हूँ मैं कभी बेवजह याद किया तुमने नहीं... हर वक़्त एक वजह होती है एक दर्द,एक ज़ख्म,एक...
जब मै अपने बचपन की दुनिया की तुलना आज की दुनिया से करता हूँ, तब सबसे पहले इस बात की ओर घ्यान जाता है कि, उस दुनिया में किसी व्यक्ति ...
हर सब्जेक्ट की काॅपी अलग अलग बनती थी, परंतु एक काॅपी एसी थी जो हर सब्जेक्ट को सम्भालती थी। उसे हम रफ काॅपी कहते थे। यूं तो रफ काॅप...
समझ नही आता कि इस 21वीं सदी में निर्मल बाबा,स्वामी ओम, मन्नत बाबा जैसे लोगो का भी टीवी चैनल में प्रसारण होता वो न्यूज चैनल में। आखिर इतन...
मैं शांति से बैठा अख़बार पढ़ रहा था, तभी कुछ मच्छरों ने आकर मेरा खून चूसना शुरू कर दिया। स्वाभाविक प्रतिक्रिया में मेरा हाथ उठा और अख़बार स...