प्रेम
प्रेम

मैं किसी को प्रेम करता हूं , तो चाहता हूं कि कल भी मेरा प्रेम कायम रहे ; जिसने मुझे आज प्रेम दिया , वह कल भी मुझे प्रेम दे। अब कल का ...

Read more »

बस यूँही ऐसे ही
बस यूँही ऐसे ही

अरे बहन कितना भी अपने मन की करले आजकल के बच्चे। लेकिन अलग बिरादरी की लड़की को सास-ससुर कभी दिल से नहीं अपनाते। वह औरत बोलती हुई ट्रेन के...

Read more »

ठंण्‍ड का मौसम और निकला हुआ पेट
ठंण्‍ड का मौसम और निकला हुआ पेट

ठंण् ‍ ड का मौसम धना कुहरा ओस की बुदे मानो जैसे बारीस हो रही हो चारे तरफ धुंध ही धुंध कुछ भी दिखई देने को राजी न...

Read more »
 
Top