ग्राम भेलखा, वारी, प्रतापपुर में कॉर्डेट मोतीलाल नेहरू फार्मर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट द्वारा समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम के अंतर्गत किसान चौपाल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कोरडेट फूलपुर के प्रधानाचार्य डॉक्टर डी. के. सिंह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उपस्थित कृषकों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य महोदय ने किसानों को नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी के प्रयोग से होने वाले लाभों तथा खरीफ फसलों में नैनो उर्वरकों के प्रयोग की विधि को विस्तार से बताया । उन्होंने बताया की नैनो डीएपी तरल से 5 एम.एल. प्रति किलो बीज की दर से शोधन करके बुवाई करनी चाहिए या रोपाई वाली फसलों का जड़ शोधन 5 एम.एल. प्रति लीटर पानी के घोल से करना चाहिए। इसी क्रम में फसल के 35 से 40 दिन की अवस्था पर नैनो यूरिया प्लस का पर्णीय छिड़काव 4 एम.एल. प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर करना चाहिए। नैनो उर्वरक पर्यावरण हितैषी उत्पाद है जो हमारे वायु, जल एवं जमीन को सुरक्षित करता है। इनके प्रयोग से सस्ती एवं टिकाऊ खेती का रास्ता खुलता है। इफको सदा किसानो की सेवा के लिए तत्पर है। इस चौपाल में कारडेट के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर हरिश्चंद्र ने खेतों की मिट्टी के जांच के विषय में जानकारी देते हुए मृदा नमूना लेने की विधि को बताया । आईआरडीपी प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने खेती में जैव उर्वरकों एवं जैव अपघटक के प्रयोग की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही यह भी बताया कि कॉर्डेट फूलपुर में साफ सुथरी व सुखी नीम कौड़ी की खरीद ₹17 किलो के भाव से की जाती है जिससे क्षेत्र के कृषक भाई लाभान्वित हो सकते हैं। कार्यक्रम में कृषि ड्रोन का भी प्रदर्शन किया गया। इस दौरान सहगल फाउंडेशन के समीर भारद्वाज सहित संगम समृद्धि एफपीओ के डायरेक्टर डीडी यादव, अध्यक्ष मेवा लाल सहित भारी संख्या में कृषक जन मौजूद रहे।

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