ग्राम बेलहाबांध , सांवडीह और खोदायपुर के 44 कृषकों हेतु कॉर्डेट ,मोतीलाल नेहरू फार्मर्स ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट द्वारा समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कोरडेट फूलपुर के प्रधानाचार्य डॉक्टर डी. के. सिंह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उपस्थित कृषकों को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य महोदय ने किसानों को नैनो यूरिया प्लस एवं नैनो डीएपी के प्रयोग से होने वाले लाभों तथा खरीफ फसलों में नैनो उर्वरकों के प्रयोग की विधि को विस्तार से बताया । उन्होंने बताया की नैनो डीएपी तरल से 5 एम.एल. प्रति किलो बीज की दर से शोधन करके बुवाई करनी चाहिए या रोपाई वाली फसलों का जड़ शोधन 5 एम.एल. प्रति लीटर पानी के घोल से करना चाहिए। इसी क्रम में फसल के 35 से 40 दिन की अवस्था पर नैनो यूरिया प्लस का पर्णीय छिड़काव 4 एम.एल. प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर करना चाहिए। नैनो उर्वरक पर्यावरण हितैषी उत्पाद है । इफको सदा किसानो की सेवा के लिए तत्पर है। आईआरडीपी प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने खेती में जैव उर्वरकों एवं जैव अपघटक के प्रयोग की 
विस्तार से जानकारी दी । कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागी कृषकों को पपीते की पौध निःशुल्क वितरित की गई।
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