रिपोर्ट श्याम जनम यादव 

आजमगढ़: मां की दर्दनाक चीख और पुलिस का जवाबी फायर

एकतरफा प्यार करने वाले फरार आशिक पर 25 हजार का इनाम और गैंगेस्टर...

आजमगढ़। दीदारगंज थाना क्षेत्र के सुरहन गांव में 23 दिसम्बर की दोपहर युवती की बेरहमी से हत्या की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। दो युवकों द्वारा युवती के गर्दन पर उसके मरणासन्न होते तक चाकू से ताबड़तोड़ वार किया गया, वह चीखती रही, अपनी जिंदगी की भीख मांगती रही लेकिन सर पर खून सवार हमलावरों को युवती पर दया नहीं आई। घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी से दौड़ती हुई आ रही दिव्यांग मां की आंखों के सामने बेटी ने तड़प-तड़पकर अपनी जान दे दी। घटना का जवाब देते हुए स्थानीय पुलिस द्वारा 12 घंटे के अंदर मुठभेड़ के दौरान घटना में शामिल एक युवक को गिरफ्तार कर लिया। दूसरे फरार अभियुक्त पर पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ द्वारा 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पांच लाख रूपए की सहायता प्रदान की गई है। आज पूर्व मंत्री कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, एडीएम राहुल विश्वकर्मा, एसपी ग्रामीण, उपजिलाधिकारी मार्टिनगंज नंदनी शाह ने उनके घर जाकर मृतका की मां को पांच लाख का चेक प्रदान किया।
विदित हो कि दीदारगंज थाना क्षेत्र के सुरहन गांव निवासी आशा राजभर और उसके पति जयतुन राजभर दोनों दिव्यांग हैं। जयतुन राजभर की छः पुत्रियां हैं। वह अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए पटियाला में रहकर मजदूरी करते हैं। वहीं आशा गांव के ही एक व्यक्ति का खेत बटाई पर लेकर खेती करती है। दिव्यांग आशा अपनी 21 साल की बेटी शबनम के साथ गेहूं की सिंचाई करने खेत में गई थी। शबनम खेत से घर जाने के लिए निकली। करीब 100 मीटर की दूरी पर पहुंची तभी उसके चीखने की आवाज आई। बेटी की चीख सुनकर दिव्यांग मां भी दौड़ी लेकिन मां उसे बचा नहीं सकी। उधर, शबनम चीखती रही लेकिन हत्यारों के हाथ नहीं कांपे और उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतका शबनम छः बहनों में तीसरे नंबर पर थी। बेटी की मौत पर बिलख रही मां ने आरोपी युवकों पर कई गंभीर आरोप लगाए। मां ने बताया कि दोनों आरोपी पिछले दो दिनों से शबनम का पीछा कर रहे थे, लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि बेटी को मार देंगे। नहीं तो पहले ही इसकी शिकायत पुलिस से कर देती।

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