रिपोर्ट पूनम चौरसिया 



अन्तरराष्ट्रीय महिला काव्यमंच, प्रयागराज इकाई की मासिक गोष्ठी 



अन्तरराष्ट्रीय महिला काव्यमंच, प्रयागराज इकाई की मासिक गोष्ठी रक्षाबंधन पर्व और सावन की फुहार के बीच गूगल मीट के माध्यम से सम्पन्न हुई।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मंजू पांडेय’महक’ जौनपुरी और विशिष्ट अतिथि डा० नीलिमा मिश्रा रहीं। प्रयागराज इकाई की अध्यक्ष, ऋतंधरा मिश्रा ने कार्यक्रम का संयोजन और रेनू मिश्रा महामंत्री ने शानदार संचालन किया।सर्वप्रथम माँ सरस्वती की वंदना डा० नीलिमा मिश्रा ने प्रस्तुत करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। ज्योतिर्मयी-करुणामयी गुणदायिनी माँ शारदे। डा० कुमकुम शुक्ला ने ‘आयी बरखा बहार, गिरे रिमझिम फुहार’ गीत गाकर सावन का रंग बिखेर दिया।चित्रा बाजपेई ने चंद्रयान की सफलता पर गीत सुनाकर तालियाँ बटोरीं ‘आज देखा चाँद को खिलखिलाते- मुस्कुराते’
महक जौनपुरी ने ग़ज़ल पढ़ी- ‘ संगम की तरह प्यार तेरा लगता है’ ऋतन्धरा मिश्रा ने सुनाया’सारी-सारी रतिया जगाए कोयल विरहन तेरी बोलियाँ’ रेनू मिश्रा ने शिव स्तुति शिव ‘शंकर भोला मतवाला’ सुनाकर वातावरण शिवमय कर दिया। उमा मिश्रा ने ‘जन्म और जीवन लिखा शिव शंकर के नाम’ पढ़कर सब का मन मोह लिया। उर्वशी उपाध्याय ‘प्रेरणा’ने ‘चाँद पर बैठी सूत कातती बुढ़िया’ को याद किया।डा० संगीता बाजपेई, उमा सहाय, जया मोहन, डा० स्नेह सुधा, मीनू श्रीवास्तव,सुमन लता, सुमन बाला डा० अर्चना चतुर्वेदी ने एक से एक बढ़कर रचनाएँ प्रस्तुत कीं। धन्यवाद ज्ञापन ऋतन्धरा मिश्रा ने करके कार्यक्रम को सफल बनाया ।

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