रिपोर्ट पूनम चौरसिया
चंद्रयान-3 के कामयाब मिशन हाई रिजोल्यूशन डेटा प्रोसेसिंग डिवीजन में शामिल होकर इंजीनियर अब्दुल्ला सुहैल ने बाराबंकी जिले का नाम रोशन किया है।
अब्दुल्लाह जिले के बड़ागांव की रहने वाली नसरीन फातिमा के बेटे हैं । इनके नाना मुजीब किदवाई डिप्टी एक्साइज कमिश्नर थे। जिनकी ईमानदारी की एक अलग पहचान थी। अब्दुल्लाह सुहैल उन चुनिन्दा लोगों में शामिल थे जिन पर चंद्रयान-3 के लिए लैंडिंग स्थान का चयन करने की जिम्मेदारी थी।
अब्दुल्लाह ने सी.एम.एस. महानगर कैम्पस से क्लास 12 के बोर्ड एग्जाम में मैथ्स में हंड्रेड परसेंट माक्र्स हासिल किए थे।
बी.टेक. करने के बाद उन्होंने पीसीएस क्वालिफाई किया और फिर जेएनयू से एम.टेक/पीएचडी किया। इसके बाद, अब्दुल्ला का चयन इसरो में हो गया।
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