भीषण गर्मी में ठंडे तरल पदार्थ का करें सेवन: डॉक्टर रफीक फारुकी
✍️शिव कुमार प्रजापति
शाहगंज जौनपुर। उत्तर प्रदेश समेत कई जिलों में भीषण गर्मी का कहर शुरू हो गया है। जनपद जौनपुर क्षेत्र में भी तेज धूप निकलने से पारा लगातार ऊचाइयों पर धीरे धीरे पहुंच रहा है। इसी के साथ गर्मियों में होने वाली बीमारियों का सिलसिला भी शुरू हो गया है, जिससे आजकल अस्पतालों में मरीजों को संख्या बढ़ने लगी है। तेज धूप व गर्मी से कई बीमारियों ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। तेज धूप और लू से दोपहर में आम जनमानस परेशान होते नजर आ रहे है। इसके अलावा कुछ लोगों की लापरवाही व गंदगी और दूषित खानपान से इस गर्मी के मौसम में काफी लोग बीमार पड़ जाते हैं। हमें कुछ सावधानियां अपनाकर मौसम की मार से बचा जा सकता है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहगंज के चिकित्साअधीक्षक डॉक्टर रफीक फारुकी ने भीषण गर्मी, लू से बचने के यूथ कॉर्नर से कुछ आसान टिप्स बताए है।
अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें।
भीषण गर्मी से बचने के लिए जितना ज्यादा हो तरल पदार्थ जैसे नीबू पानी का प्रयोग करें। ध्यान रहे कि यह ठंडा हो बर्फीला न हो, नही तो अन्य स्वास्थ्य बीमारियां हो सकती हैं। मौसमी फल जैसे- ककड़ी, खीरा, खरबूजा, तरबूज, छाछ, लस्सी, बेल का पना, बेल का शरबत , गुड़ या रॉब शर्बत किसान भाइयों के लिए बहुत फायदेमंद रहेगा। जो तेज धूप, गर्मी के दिनों खेतों में कार्य करते रहते है। शरीर में पानी की कमी न होने दें। एक दिन में कम से कम 10 गिलास पानी जरूर पीये।
बाहर भीषण धूप में निकलने से बचें
तेज धूप में अगर बाहर निकलना आवश्यक हो तो धूप से बचने के लिए छतरी, टोपी, गीला तौलिया और ठंडा पानी साथ लेकर निकलें। तेज से आये आये हो तो कुछ देर रुकने के बाद पानी आदि पिये नही तो स्वास्थ्य संबंधी अन्य बीमारियां हो सकती है। गर्मी के दिनों ज्यादा देर तक बाहर रहने से बचें, कोई भी कार्य हो कोशिश करें कि सुबह और शाम को निपटा लें। दोपहर 11 बजे से 4 बजे के बीच घर से बाहर निकलने से हमे बचना चाहिए। भीषण गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए धूप के सामने आने से परहेज करें। गर्मी के दिनों खानपान पर साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखें:गर्मी के दिनों खानपान में साफ-सफाई का बहुत जरूरी है, इस बात का विशेष ध्यान रखें। बाहर का तला-भुना और खुले में बनाया जा रहा कोई भी खाद्य पदार्थ खाने से बचें। इस मौसम में दूषित खाने या पानी से बीमारी होने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। बासी खाना बिल्कुल न खाएं। अगर हम किसी भी प्रकार की लापरवाही करते हैं तो स्वास्थ्य का नुकसान हो सकता है। चक्कर आना, बुखार, उल्टी, दस्त जैसी किसी प्रकार के लक्षण एवं दिक्कत होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
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