शनिवार को नेशनल इण्टर कॉलेज के डॉक्टर देवराज सिंह सभागार मे फेडरेशन ऑफ़ ऑब्स टेट्रिक एण्ड गायनकोलॉजिकल सोसाइटीज ऑफ इण्डिया के तत्त्वावधान में घरेलू हिंसा पर ऑनलाइन माध्यम से एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें नेशनल इण्टर कॉलेज की सैकड़ो छात्राओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से सहभागिता की और विभिन्न घरेलू हिंसा से सम्बंधित पोस्टर के माध्यम से इसके विषय मे अपने विचार व्यक्त किये।
संस्था के द्वारा धीरा(Dheera)प्रोजेक्ट के तहत VAW (महिलाओं के विरुद्ध हिंसा) एक पहल है जिसमें महिलाओं के विरुद्ध बढ़ती हिंसा को देखते हुए छात्राओं को इससे जुड़े मुद्दों से शिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हंडिया की सुप्रसिद्ध महिला चिकित्सक डॉक्टर रेखा सिंह ने कहा कि घरेलू हिंसा केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक होती है और इसलिएस विषय को कक्षाओं में पढ़ाकर छात्र और छात्रओं को सही तरीके से समझाया जाय तो समाज मे महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा पर काबू पाया जा सकता है।
देश की सुप्रसिद्ध शिक्षाविद डॉक्टर रीता सिंह ने भी छात्राओं को संबोधित करते हुए उनके जीवन में शिक्षा का महत्त्व और उनके भविष्य में घरेलू हिंसा को रोकने में इसकी उपयोगिता को रेखांकित किया।
इस अवसर पर ए ओ जी एस संस्था के कोऑर्डिनेटर प्रभंजन त्रिपाठी, नेशनल इण्टर कॉलेज के उप प्रधानाचार्य राजेश कुमार तिवारी, प्रसून सिंह, डॉक्टर अनुराग कुरील, सुभाष चंद्र सिंह आदि का कार्यक्रम की सफलता में प्रयास सराहनीय रहा।
ऑनलाइन हुए इस कार्यक्रम में बच्चियों ने घरेलू हिंसा से जुड़े और उसके बचाव से संबंधित विभिन्न शानदार पोस्टर अपने हाथ मे ले रखे थे ।
रिपोर्ट-आनंद त्रिपाठी
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