29 अप्रैल को सोरांव तहसील में अधिवक्ता द्वारा लेखपाल विपिन भट्ट के साथ मारपीट की गई थी और उप जिलाधिकारी द्वारा समझौता कराने को लेकर दोनों पक्षों को बुलाया गया परंतु वहां पर भी कुछ अधिवक्ताओं द्वारा हंगामा किया गया जिसके बाद सभी लेखपालों ने अपने मूल क्षेत्र के कार्यों के गुणवत्ता के मद्देनजर अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों का बस्ता जमा करना प्रारंभ कर दिया है।
लेखपाल द्वारा अतिरिक्त क्षेत्रों का बस्ता जमा करने से उस क्षेत्र के राजस्व ,सरकारी कार्य के अतिरिक्त आय - जाति- निवास व अन्य कार्य बाधित हो गए हैं।सारे प्रकरण की जानकारी जिला अधिकारी व उप जिलाधिकारी को देने के बाद भी अब तक कोई हल नहीं निकला है। गौरतलब है कि जिले भर में लेखपालों की संख्या सर्जित पोस्ट के सापेक्ष बहुत कम है।
लेखपालों की संख्या कम होने के बाद भी सरकार हित में लेखपाल एक से अधिक अन्य क्षेत्रों का कार्य कर रहें हैं। जिसके कारण लेखपालों पर अनावश्यक दबाव बनाया जाता है। और त्वरित कार्रवाई न करने पर उनके साथ बदसलूकी भी की जाती है।
विवश होकर लेखपालों ने अतिरिक्त बसों का जमा करने की कार्रवाई सोरांव तहसील से प्रारंभ कर दी गई है जल्दी ही तहसील स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई तो पूरे जिले भर के लेखपाल तहसील में उपस्थित ना होकर केवल अपने क्षेत्रों में रहकर अपने मूल हल्के का ही कार्य करेंगे। या फैसला तहसील कार्यकारिणी व जिला कार्यकारिणी द्वारा ने सामूहिक रूप से बैठक में ली गई
राजेंद्र शुक्ला
जिला मंत्री उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ प्रयागराज
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