करवाई के ख़ौफ़ से ताला बंद कर फरार हुए संचालक


  ✍️संवाददाता
शिव कुमार प्रजापति 
  शाहगंज(जौनपुर)

जनपद जौनपुर में छोलाछाप डाक्टरों द्वारा चलाए जा रहे  अस्पतालों पर स्वास्थ विभाग और प्रशासन की नजर टेढ़ी हो चुकी है 
बिना मानक के चल रहे प्राईवेट अस्पतालों पर   प्रशासन का डण्डा चल ही गया है। शाहगंज के तहसीलदार अभिषेक राय संग स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पुलिस फोर्स के साथ सोमवार को ऐसे ही अवैध अस्पतालों पर छापेमारी की तो हड़कम्प मच गया।
दहशत का ख़ौफ़ इस कदर रहा अस्पतालों के संचालको की छापेमारी होते ही कई अस्पताल संचालक डाक्टर और स्टाफ अपने अपने अस्पतालों में ताला बंद करके फरार हो गये। 
शाहगंज तहसीलदार अभिषेक राय व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक डॉक्टर रफीक फारूकी के साथ कोतवाली पुलिस ने नगर के खुटहन मार्ग स्थित सत्य प्रेम हॉस्पिटल पहुंचे, वहां पर मौजूद कर्मचारियों से आवश्यक जानकारी ली। टीम को वहां से संचालित हो रहे अस्पताल संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिले। इसके बाद टीम आजमगढ़ बाईपास स्थित आशीर्वाद हॉस्पिटल पहुंची तो हॉस्पिटल बंद रहा। नगर के आजमगढ़ मार्ग स्थित आस्था हॉस्पिटल टीम पहुंची मौके पर कोई चिकित्सक नहीं मिला और ना ही अस्पताल संबंधी कोई दस्तावेज मिला। इसके बाद टीम नगर के पुरानी बाजार स्थित डॉक्टर रियाजुल हक मेमोरियल हॉस्पिटल पहुंची।  जहां पर छापेमारी के दौरान उक्त अस्पताल संबंधी कोई कागजात नहीं मिले। टीम ने सभी हॉस्पिटलों को नोटिस देकर आवश्यक कार्रवाई में जुटी है।
 इस संबंध में चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रफीक फारूकी ने बताया कि दो अस्पताल मानक के विपरीत चल रहे हैं। जांच कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।दोषी पायें जानें पर अस्पताल को सीज करते हुये  मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
बताया जाता है की अवैध तरीके से चल रहे अस्पतालों और नर्सिंग होमो का मुद्दा समाजवादी पार्टी के एक विधायक ने विधानसभा में उठाया था जिसपर सख्ती दिखाते हुए प्रशासन ने छापेमारी की कार्यवाई की। जिससे  सभी अवैध अस्पतालों पर हड़कंप मच गया

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