✍️शिव कुमार प्रजापति 
              जौनपुर 



जौनपुर। कड़ाके की ठंड ने आमजन को बेहाल कर दिया है। इससे जहां लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है, तो वहीं सब्जियों के भाव गिर रहे हैं। कड़ाके की ठंड के कारण सब्जियों, दलहनी, चने की फसल को नुकसान पहुंच रहा है। धान की फसल में अंकुरित की समस्या आ रही है। खेतों में भी सब्जियों के पौधे मुरझा रहे हैं। इससे किसान परेशान होकर कम दाम पर सब्जियों को बेचने पर मजबूर है।

धुंध, कोहरे व पाला मारने से सब्जियों की फसलों के नुकसान पहुंचने की संभावना बढ़ गई है। इससे किसान मजबूरन मंडी में सब्जियों को कम कीमत में ही बेचने को मजबूर है। डिमांड से अधिक माल आने से भी कीमत में गिरावट आ गई है। मंडी में एक सप्ताह पहले तक 25 - 30रुपये प्रति किलो बिकने वाला टमाकर और गोभी अब 10 रुपये की कीमत पर पहुंच गया है। सर्दी के मौसम में सबसे अधिक बिकने वाला हरा मटर भी मात्र 20 रुपये किलो बिक रहा है। अन्य सब्जियों में भी ऐसा ही हाल देखने को मिल रहा है।

फलों के दाम में भी राहत

फलों की कीमत में भी कमी दिख रही है। बाजार में इस समय संतरा 20 रुपये किलो बिक रहा है। इसी तरह थोक मंडी में पपीता, बेर, अमरूद के दाम में भी राहत है। वाराणसी में पपीता का थोक भाव 30 रुपये किलो से घटकर 20 रुपये हो गया है। शरीफा और बेर का भाव 70 रुपये से घटकर 50 रुपये किलो हो गया है। अमरूद का भाव 50 से 60 रुपये किलो हो गया है जो अब 80 से 100 रुपये किलो था।

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